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विधा/विषय "शेर"
गुलज़ार साहब के मशहूर शेर
बुधवार, अप्रैल 08, 2020
आइना देख कर तसल्ली हुई हम को इस घर में जानता है कोई ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा कभी तो…
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आइना देख कर तसल्ली हुई हम को इस घर में जानता है कोई ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा कभी तो…
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