तेल की कमी में बाती - कविता - रोहित सैनी
मंगलवार, नवंबर 14, 2023
जैसे मौत आती है; और...
"है" का "था" हो जाता है!
दीप आँधियों में एकदम से बुझ जाते हैं!
तेल की कमी में बाती...
टिमटिमाती है कुछ देर; जीवित रहने की कोशिश की तरह!
दीपक हो, जीवन हो,
कोई रिश्ता हो!
आँधियों से कहीं अधिक...
तेल की कमी से बुझ जाता है।
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