ओ दीवाने प्यार ने तेरे,
पागल मुझको कर डाला।
ओ मस्ताने प्यार ने तेरे,
पागल मुझको कर डाला।
प्यार से मारी दिल पे गोली,
घायल मुझको कर डाला।
ओ दीवाने...
धकधक धकधक करता है दिल,
ये क्या तूने कर डाला।
ओ दीवाने...
महकी महकी शाम जवाँ है,
क्या है ये जादू काला।
ओ दीवाने...
रात हंसी रंगीन समा है,
नाचूँ बन मैं मधुबाला।
ओ दीवाने...
फूलों ने हैं चिलमन खोले,
भौंरा झूमे मतवाला।
ओ दीवाने...
प्यार से मारी दिल पे गोली,
घायल मुझको कर डाला।
सुषमा दीक्षित शुक्ला - राजाजीपुरम, लखनऊ (उत्तर प्रदेश)