मन भायो कहां व्रंदावन में - सवैया छंद - राहुल सिंह "शाहावादी"

मन भायो कहां व्रंदावन में,
जहां कंट करीलन कै डगरी री।
छछिया भरि छाछ है मांगि रहै,
जो है दूध दही मख कै नगरी री।।

कतरानी फिरै सब संग सखी,
बङीआग लगाबन कैअगरी री। 
पर खेद नही जहां जन्म भयो,
जहां प्रेम सों स्रष्टि भरी सगरी री।।

राहुल सिंह "शाहावादी" - जनपद, हरदोई (उत्तर प्रदेश)

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