घरौंदा - हाइकु - अन्जनी अग्रवाल "ओजस्वी"

एक सपना 
मन में सजाना है
बने घरौंदा

बना घरौंदा
जीवन खुशहाल
नही बेहाल

बिखरी जब 
अरमानों की आस
नही वो पास

जीना है तो
मत हो तू उदास
रख विश्वास

जरा तू सोच
भर मन में जोश
मत ले रोष

एक घरौंदा
विश्वास है हमारा
देता सहारा

आदर भाव 
सब जन निभाते
धागे सजाते

अन्जनी अग्रवाल "ओजस्वी" - कानपुर नगर (उत्तर प्रदेश)

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