स्वस्थ भारत, सुयोग भारत ।।
स्वच्छ भारत, निरोग भारत ।।
हर मुखड़े पर मुस्कान हो
ऐसी हवा का वितान हो,
तन-मन झूमे, लोग भारत ।
स्वच्छ भारत, निरोग भारत ।।
आँगन सा लगे आसपास
फुलवारी सा बहे सुवास,
सभ्य, संस्कृति, उद्योग भारत ।
स्वच्छ भारत, निरोग भारत ।।
नागरिकों की आदत बनें
जागरूकता की जिद्द ठने,
हर सुविधा, उपभोग भारत ।
स्वच्छ भारत, निरोग भारत ।।
कर्तव्य का सबको बोध हो
एकजुट सजग अवरोध हो,
उठो! करो, अनुराग भारत ।
स्वच्छ भारत, निरोग भारत ।।
संजय राजभर "समित" - वाराणसी (उत्तर प्रदेश)