राखी - कविता - अतुल पाठक "धैर्य"

भाई और बहन के अनन्त प्रेम,
और अटूट विश्वास का प्रतीक है राखी।

भाई और बहन के रिश्ते को, 
मज़बूत बनाती नींव है राखी। 

भाई और बहन को आपस में,
स्नेह से जोड़ती है राखी। 

भाई और बहन के नाते में,
मिठास घोलती है राखी।

भाई और बहन के भेदभाव, 
और द्वेषभाव मिटाती है राखी।

भाई और बहन के बचपन की,
नटखटों को याद दिलाती है राखी। 

भाई और बहन को जीवन में,
दिल से बाँधे रखती है राखी।

भाई और बहन को इकदूजे के,
होने का एहसास कराती है राखी।

भाई और बहन के बंधन को, 
अटूट अमर बनाती है राखी।

ये रेशम का तार नहीं,
भाई के लिए बहन का प्यार है राखी ।

अतुल पाठक "धैर्य" - जनपद हाथरस (उत्तर प्रदेश)

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