इंतज़ार - गीत - दीपक कुमार

इंतज़ार - गीत - दीपक कुमार | Prem Geet - Intezaar - Ganesh Datt Joshi | Hindi Poetry On Love. इंतज़ार पर प्रेम गीत
बड़ी मुद्दत पे आए हो,
ज़रा दीदार करने दो।
ठहरो ज़रा कुछ पल,
नज़र दो चार करने दो।

कुछ दिन जो तुम ठहरो यहाँ,
बातें पुरानी कर लें हम।
हम जानते हैं कि हमारी,
बात न होगी ख़त्म।
कुछ सुकून मिल जाए,
गर तुम बात करने दो।
बड़ी मुद्दत पे आए हो,
ज़रा दीदार करने दो।

तेरे बिना हर शाम,
बेजान सी लगती है।
तेरे साथ की उम्मीद,
अब अरमान सी लगती है।
दिल की बातों को भी,
ज़रा बहार करने दो।
बड़ी मुद्दत पे आए हो,
ज़रा दीदार करने दो।

दिल में छुपे अरमान,
सब बयाँ कर देंगे हम।
तेरे साथ की रातें,
यादगार कर देंगे हम।
पलकों के साए में,
बस एक ख़्वाब भरने दो।
बड़ी मुद्दत पे आए हो,
ज़रा दीदार करने दो।

तेरी मुस्कान की ख़ुशबू,
महकने लगी है फिर से।
तेरे प्यार की रौशनी,
चमकने लगी है फिर से।
इन आँखों को आज,
ज़रा ख़ुमार करने दो।
बड़ी मुद्दत पे आए हो,
ज़रा दीदार करने दो।

दीपक कुमार - प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश)

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