सिर्फ़ तुम से प्यार होना चाहिए - ग़ज़ल - दिलशेर 'दिल'

अरकान : फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन
तक़ती : 2122  2122  212

सिर्फ़ तुम से प्यार होना चाहिए,
रोज़ आँखें चार होना चाहिए।

सात जन्मों का नहीं दो पल सही,
साथ सच्चा यार होना चाहिए।

इस अमावस में भी तो छत पे कभी,
चाँद का दीदार होना चाहिए।

वो हमारा भी करें चारा कभी,
हम को भी बीमार होना चाहिए।

ये दुआ है उम्र भर दिल में मेरे,
बस तुम्हारा प्यार होना चाहिए।

सिर्फ़ इतनी सी तमन्ना है मेरी,
ज़िन्दगी गुलज़ार होना चाहिए।

दिलशेर 'दिल' - दतिया (मध्य प्रदेश)

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