अब तो बिकानी श्याम - गीत - राहुल सिंह "शाहावादी"

आवती न कबौ श्याम, तोहरे दुआर पै।
छवि मै तोहार गर, देखती न सांवरी।।
कबौ को सुनाय तान, रिझायो हुतो श्याम तुम।
दिल पै सलोने मोरे, लागे नैन बान री।।
आवती न -------------न सांवरी ।।
अब लौ दिवानी हुती, अब तो बिकानी श्याम।
बनी है कहानी मोरी, तोरे संग नाम री।।
जियत न चैन अब, मन मे है कोटि दुख।
देह पियरानी मोरी, जाने सब गाँव री।।
आवती न---------------न सांवरी।।
हँसी करबाइकै, रिझायो हिय श्याम तुम।
नैकौ काज कियो नांहि, मार्यो तरसाय री।।
आये दिल करौ जौन, राख्यो ना तमन्ना कोय।
प्रेंम को उधारो कौंन, सहूं सब सौख री।।  
आवती न-----------न सांवरी री।।

राहुल सिंह "शाहावादी" - जनपद, हरदोई (उत्तर प्रदेश)

Instagram पर जुड़ें



साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos