कोरोना तेरे कोरोना हो जा - हरियाणवी कविता - राहुल जाटू


कोरोना तेरे कोरोना हो जा
जाइयो तेरा नाश रे
तेरे डर ते बैठ सके ना
पड़ोसी-पड़ोसी के पास रे
तेक जरा सी खाँसी हो जा
तेरा डर खाई जावे रे
तेरे हाथो मौत हो जा 
ऐसी मौत दुश्मन ने भी ना आवे रे
जिस के तू गेल पड जा
लेण ना देवा चैन की सांस रे
जिस के तू साथ हो जा उस ने
छूटता दिखे जिंदगी का साथ रे
कोरोना तेरे कोरोना हो जा
जाइयो तेरा नाश रे
तेरे डर ते बैठ सके ना
पड़ोसी-पड़ोसी के पास रे
घाण काटते डोले थे जो टाबर
कोरोना उण ने तू दिया घोट रे
मोदी साहब ने आदेश दे दिया पुलिस ते
जूणसा बाहर घूमता दिखे,सीधा देओ ठोक रे
रे तेरे हाथ जोडू घर ने वापस हो जा
कोरोना और ना गिरवे लाश रे
कोरोना तेरे कोरोना हो जा
जाइयो तेरा नाश रे
तेरे डर ते बैठ सके ना
पड़ोसी-पड़ोसी के पास रे


राहुल जाटू
नांगल चौधरी, हरयाणा

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