संदेश
घर का ज़िम्मेदार - कविता - अनिल कुमार केसरी
घर का ज़िम्मेदार बने रहना, सबकी ज़िम्मेदारी में खड़े रहना, भगवान क़सम...! बहुत, बहुत ज़िम्मेदारी का काम है। परिवार के सारे रिश्तों को, …
पुत्र का संदेश - गीत - अभिनव मिश्र 'अदम्य'
ओ चतुर कागा! हमारे गाँव जाना। पुत्र का संदेश उस माँ को सुनाना। मातु से कहना कि उसका सुत कुशल है, याद वो करता उन्हें हर एक पल है। छोड़ द…
दायित्व - गीत - अभिनव मिश्र 'अदम्य'
है नहीं आसान, घर दायित्व, निज सिर पर उठाना। सच कहूँ! मुश्किल बहुत दो, वक्त की रोटी चलाना।। ख़र्च हम करते रहे अब, तक पिता की ख़ूब दौलत। प…
ज़िम्मेदारी - लघुकथा - गोपाल मोहन मिश्र
समय भले ही बीत जाए, हमारी ज़िम्मेदारियाँ नहीं बदलतीं। बस उन्हें समझना होता है। हर सुबह हंगामा होता था। तीन वर्ष की शुचि को स्कूल भेजना …
ज़िम्मेदारी - गीत - अभिनव मिश्र 'अदम्य'
फ़ैशन करना वो क्या जानें, जिनपर घर की ज़िम्मेदारी। क्या जाने हम नेक अनाड़ी, महँगा फोन अपाचे गाड़ी। नही गया होटल में खाने, पिज़्ज़ा बर्गर बीय…
शहीदों के परिवारों के प्रति दायित्व - लेख - सुधीर श्रीवास्तव
बहुत ही गंभीर और चिंतन का विषय है कि शहीद परिवारों के प्रति हम, हमारा समाज और हमारी सरकारें कितना दायित्व बोध महसूस करती हैं या महज़ औप…
उत्तरदायित्व - लघुकथा - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
माहिष्मती गाँव में ललिता देवी नामक एक सुसभ्य सुसंस्कृत महिला रहती थी। उनके पति गौरी शंकर एक पढ़े लिखे और निहायत भद्र स्वभाव के स्वाभिमा…