संदेश
विधा/विषय "सवैया छंद"
मन भायो कहां व्रंदावन में - सवैया छंद - राहुल सिंह "शाहावादी"
गुरुवार, दिसंबर 17, 2020
मन भायो कहां व्रंदावन में, जहां कंट करीलन कै डगरी री। छछिया भरि छाछ है मांगि रहै, जो है दूध दही मख कै नगरी री।। कतरानी फिरै सब संग सखी…
मुरली माधुरी - सवैया - राहुल सिंह "शाहावादी"
सोमवार, अगस्त 10, 2020
कारे कि कारि बङी मुरली, कुटिला यह कूर सुनावत गारी।। गैलन कूक भरै जमुना तट, सुनाय खिझावत रात ये सारी।। कांख लगी रहै सांझ सो ऐ, …
क्रष्ण विरह - सवैया - राहुल सिंह "शाहावादी"
गुरुवार, अगस्त 06, 2020
ब्रज की वनिता सब बारि गई , मुस्कान पै एक बनाने कहानी।। अति लागत पीर महा हिय सों, लगियाद कि मार सवै नसियानी।। बिन प्रान सों मू…
साहित्य रचना कोष में पढ़िएँ
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर