संदेश
शहीद की राखी - कविता - अनूप अंबर
भैय्या बॉर्डर पे शहीद हुए, कैसे राखी भिजवाऊँ मैं, रोली चावल से कैसे अब उनको तिलक लगाऊँ मैं। वो रक्षा करते सरहद की, सब त्यौहार सूने से …
कितने वीर क़ुर्बान हुए - कविता - डॉ॰ कंचन जैन 'स्वर्णा'
आज़ादी की ख़ातिर कितने वीर क़ुर्बान हुए, कितनों ने अपने घर के दीए खोए, कितने ही शहीद हुए। यूँ ही नहीं मिली आज़ादी, हे भारतवासीयों! कितनी ह…
झारखण्ड के अमर शहीदों को जोहार : अमर शहीद बुधू भगत - धारावाहिक आलेख - डॉ॰ ममता बनर्जी 'मंजरी'
15 नवम्बर, 2022 को झारखंड 22 साल का हो जाएगा। 'झारखण्ड स्थापना दिवस' का पावन दिन आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की जयंती के रूप में …
पुलवामा शहीदों को नमन - कविता - रमाकांत सोनी
पुलवामा में शहीद हो गए वंदन उन रणवीरों को, मातृभूमि शीश चढ़ाए सब देशप्रेम रणधीरों को। कश्मीर की केसर क्यारी में वीर कई बलिदान हुए, आतं…
शहीदों के परिवारों के प्रति दायित्व - लेख - सुधीर श्रीवास्तव
बहुत ही गंभीर और चिंतन का विषय है कि शहीद परिवारों के प्रति हम, हमारा समाज और हमारी सरकारें कितना दायित्व बोध महसूस करती हैं या महज़ औप…
इतिहास के पन्नों में गुम नायक क्षितिज मुखोपाध्याय - आलेख - डॉ॰ ममता बनर्जी 'मंजरी'
स्वाधीनता का 75 वर्ष मनाया जा रहा है। लोग एक-दूसरे को बधाइयाँ दे रहे हैं। मैनें भी दिया। लेकिन देश के वीर सपूतों को याद करने के क्रम म…
हाँ मैं शहीद हूँ - कविता - कीर्ती चौधरी
तेरे वास का स्तंभ प्रहरी हूँ, तेरे निश्चल आँखों की नींद हूँ, ना कोई वास अपना, ना नींद है मेरी आँखों में, निरंतर तेरे हृदय में जलता प्र…