संदेश
एक मुलाक़ात ख़ुद से - कविता - रतन कुमार अगरवाला
औरों से तो सब मिलते हैं, ख़ुद से न होती मुलाक़ात। आज ख़ुद को ख़ुद से मिलाया, यह भी हुई नई एक बात। औरों का साथ ढूँढता हर कोई, ख़ुद से क्यूँ …
फिर वो मुलाक़ात - कविता - संतोष ताकर "खाखी"
फिर कोई एक मुलाक़ात करना हैं, आज तुमसे एक बात करनी है। कुछ अधुरा सा समन है जीवन, चल आज मिल तामील करना है। दिल जो मेरा तेरे सीने में रह…
वो पहली मुलाक़ात - कविता - अमित अग्रवाल
याद है मुझे उससे वो पहली मुलाक़ात। मन में उमड़ते विचारो को परे रख, क़िस्मत पर छोड़ चुकी थी वो आगे के सारे हालात, याद है मुझे उससे वो पहली …
अमावस की रात - गीत - संजय राजभर "समित"
पहले प्यार की पहली, अपनी मुलाक़ात थी।। काली-काली भयावह! अमावस की रात थी।। इंतज़ार की घड़ी में, हर पल बेचैनी थी। बस एक झलक के लिए, नज़रें…
महबूबा से मुलाकात हो गई - ग़ज़ल - मोहम्मद मुमताज़ हसन
दिन डूब गया स्याह रात हो गई! शहर में आज बरसात हो गई! बारिश ने हवाओं से कुछ कहा, दिल से दिल की बात हो गई! यादों के जब खुले झरोखे, महबूब…
इक मुलाक़ात की - ग़ज़ल - रेणु त्रिवेदी मिश्रा
तुम्हारी मेरी इक मुलाक़ात की चलो बात करते हैं उस रात की बड़ी बेखबर थी नहीं थी ख़बर न हालात की और न जज़्बात की बरसती रही थी मुसलसल…