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विधा/विषय "देर"
देर कर दी आते-आते - गीत - रमाकांत सोनी 'सुदर्शन'
मंगलवार, जनवरी 17, 2023
ख़ूब कमाया धन दौलत, थक गए तुम्हें बुलाते, प्राण पखेरू उड़ गए उनके, जन्मदाता कहलाते। उठ गया साया सर से तेरा, कभी पुत्र धर्म निभाते, बुढ़…
देर हो गई हैं - कविता - कर्मवीर सिरोवा
गुरुवार, अक्तूबर 29, 2020
उम्र तमाम राहें ठहकर पक सी गई है, मिरे अजीजों के घर दुल्हन आ गई है, बादलों की रंगत कुछ पहले आ गई हैं, अनचाही पुष्पा मिरे सर पर बैठ गई …