संदेश
जवाँ मदहोश आँखों में - गीत - सुधीरा
जवाँ मदहोश आँखों में, छुपी है नीर की बदली, छुपी है नीर की बदली। ये अंदर से भरी हुई, ये दिखती है जो इक पगली, ये दिखती है जो इक पगली। जव…
आँखों की महिमा - कविता - अखिलेश श्रीवास्तव
आँखों का है खेल निराला, सुन लो भैया सुन लो लाला। आँखों का काजल लुट जाए, तुमको पता नहीं चल पाए॥ जब हम कभी दुखी हो जाएँ, आँखों में आँसू …
बोलती आँखें - कविता - बृज उमराव
आँखों की है बात अजब सी, नैनों का संसार निराला। आँखों में बस्ती है दुनियाँ, नज़रों से दिखता जग सारा।। ग़ुस्से में दिखती यह लाल, नीली आँखो…
आँखें - कविता - रमेश चंद्र वाजपेयी
आँखें जता देती है कि तुम ख़ुश हो या हो अवसाद में। आँखों से होता है, उजागर कि तुम विनोद में रमे या हो विवाद में। आँखों से अवलोकित भा…
आँखें - कविता - कुमुद शर्मा "काशवी"
ये आँखे अब बूढ़ी हो चली है अधूरे ख़्वाबों को सँजोते सँजोते, जो देखती थी, सुनहरे ख़्वाब कभी मचलती थी चपलता से तुझे रिझाने को, तुम कहते, म…
बेचैन आँखें - कविता - नीरज सिंह कर्दम
बेचैन आँखें क्या देख रही है? वो सब जो शायद आप नहीं देख पा रहे हैं! जातिवाद के नारे धर्म ही सर्वोपरि है कहकर हाथों में तलवारें लहराते ह…
नैना - कविता - प्रद्युम्न अरोठिया
हर दिल में विश्वास का दीप जलाती है नैना! माटी की मूरत में भगवान खोजती है नैना!! सच के पथ पर चलने का उत्साह दिखाती है नैना! बंजर पड़ी ज़…
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर